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लेखनी कहानी -17-May-2022 धारावाहिक : बहू पेट से है

भाग - 8 : खुशखबरी 


जब लाजो जी ने कहा कि बिल्ली दही पर जमी मलाई चट कर गई है और लाजो जी उस दही को चौधराइन को भिजवाने को कह रही है । तो चौधराइन को बड़ा बुरा लगा । मगर उन्होंने कुछ कहा नहीं । मन मसोस कर ही रह गई  । पर उन्हें आश्चर्य हो रहा था कि लाजो जी ने अभी तक यह नहीं पूछा कि यह "घाट की राबड़ी" किस उपलक्ष्य में बनाई है । लगता है कि लाजो जी बातों बातों में भूल गई हैं । पर जब तक वे कारण सुना नहीं दें तब तक उनके पेट में "आफरा" आता ही रहेगा । इसलिए चौधराइन ने कहा 
"तुमने यह नहीं पूछा कि ये "घाट की राबड़ी" किस उपलक्ष्य में बनाई है" ? 
"अरे दीदी ! साॅरी, साॅरी । बातों बातों में मैं तो भूल ही गई थी । अब बताओ कि क्या खास बात थी कि जिसे "घाट की राबड़ी से सेलिब्रेट किया आपने" ? 

शीला चौधरी ने चहकते हुए कहा "बात ही कुछ ऐसी है कि तुम भी सुनोगी तो खुश हो जाओगी" । 
"तो जल्दी से सुना दो ना दीदी । इतना सस्पेंस क्यों जनरेट कर रही हो ? बेटी का रिश्ता तय कर दिया है क्या कहीं पर" ? 
"अरे कहां लाजो जी , वो तो मानती ही नहीं है अभी । कहती है कि अभी तो 26 की ही हुई हूं । कम से कम तीस की तो होने दो न" । मुंह बिचकाते हुए चौधराइन ने कहा ।

"हमारी तो 21 साल की उमर में ही शादी कर दी थी हमारे घरवालों ने । 22 पूरे होते होते तो मैं प्रथम की मां भी बन गई थी । हमारी टीया भी बहुत नौटंकी कर रही है शादी को लेकर । वो भी ऐसा ही कहती है । पता नहीं क्या हो गया है आजकल की लड़कियों को ? कैरियर की चिंता ज्यादा है फैमिली की नहीं । पता नहीं कहां जा रहा है जमाना" ? लाजो ने उनसे हमदर्दी जताते हुए कहा ।

बातों का रुख फिर से अलग दिशा की ओर मुड़ गया था । असल बात तो पीछे छूटी जा रही थी जो चौधराइन सुनाना चाह रही थी । इसलिए चौधराइन गाड़ी को पटरी पर डालते हुए जल्दी से बोल उठी 
"अरे वो हमारी बहू है न, मेघांशी" 
"क्यों , क्या हो गया उसे" ? 
"कुछ नहीं हुआ उसे । उसे होना क्या था ? जो होना था वह होने वाला है अब । समझ गईं ना।  नहीं समझीं ? अरे, वो पेट से है । बस , इसी खुशखबरी पर तो "घाट की राबड़ी" बनी थी कल" । और वे फुल मूड में हंसने लगीं ।

ये खबर सुनते ही लाजो जी का कलेजा धक्क से रह गया । "चौधराइन के बेटे यश की शादी तो अभी दो साल पहले  यानि प्रथम लॉकडाउन से पहले ही तो हुई है और उसकी बीवी पेट से भी है ? वाह जी वाह । बड़ी जल्दी "गुड न्यूज" सुना दी उन्होंने तो । हमारी रितिका को तो पूरे पांच साल हो गए, मगर अभी कोई "गुड न्यूज" कहीं दूर दूर तक नजर नहीं आ रही है" । ईर्ष्या से उनकी आंखों से चिंगारियां निकलने लगी । वो तो चौधराइन सामने नहीं थी वरना लाजो जी का चेहरा सब कुछ कह रहा था कि उन्हें कितनी खुशी हो रही है । 

जब बहुत देर तक चौधराइन को लाजो जी की आवाज सुनाई नहीं दी तो वो बोलीं "अरे, कहां खो गई लाजो जी ? खुशखबरी पसंद नहीं आई क्या ? कुछ कहा नहीं आपने इस खुशखबरी पर" ? झल्ला कर चौधराइन बोली ।

चौधराइन की बात सुनकर लाजो जी को एकदम करंट सा लगा । कितनी मूर्खा है वह , उसने मन ही मन सोचा । मन में चाहे ईर्ष्या की कितनी भी कड़वाहट क्यों ना हो मगर होठों पे तो मिसरी होनी ही चाहिए ना । यही तो दुनियादारी है । ऐसा सोचकर दुनिया भर की शक्कर मुंह में घोलते हुए लाजो जी कहने लगी 
"अरे दीदी, यह तो बहुत बढिया खबर सुनाई है आपने । अब तो आप दादी अम्मा बनने वाली हैं । आज तो आपने दीवाली सी मना दी है हमारी भी । पर इतनी बड़ी खुशखबरी पर ये "घाट की राबड़ी" ? ऐसी झन्नाटेदार खबर पर तो रसमलाई , रबड़ी लच्छेदार वगैरह होनी चाहिए थी । और आप कहां घाट की राबड़ी पर आकर अटक गई " ? 

"हमारे चौधरी साहब को बहुत पसंद है घाट की राबड़ी । उनकी आत्मा बस्ती है इसमें ।  उन्होंने ही कहकर बनवाई है । बहू तो सूंघती भी नहीं है इसे । उसे तो बर्गर , पिज्जा नूडल्स ऐसी चीजें चाहिए " । मुंह बनाते हुए चौधराइन बोली ।

"अब थोड़ा परहेज करना पड़ेगा दीदी । नहीं तो मुसीबत हो सकती है । डाइट का चार्ट बनेगा और बस वही चीजें खानी पड़ेंगी जो डॉक्टर कहे । बाकी तो भाईसाहब डॉक्टर हैं ही । सब संभाल लेंगे वे" । 
"सही कह रही हो लाजो जी । उनके कहने से ही तो ये घाट की राबड़ी बनाई है । कह रहे थे घाट की राबड़ी खाने से बच्चा "कूल" और गोरा चिट्टा बनता है । छाछ राबड़ी मिलकर एकदम सफेद झक्क दिखाई देते हैं । वैसे ही छाछ राबड़ी खाने से बच्चे भी गोरे ही पैदा होते हैं । कह रहे थे कि लालू जी की पत्नी राबड़ी देवी भी गोरी भूरी थीं । इसीलिए उनका नाम राबड़ी रखा गया था । तो उन्होंने बहू का डाइट चार्ट बना दिया है । अब वही संभालेंगे उसे" । 

लाजो जी को फोन पर लटके हुए बहुत देर हो गई थी । अमोलक जी इंतजार कर रहे थे कि कब ये फोन रखे और कब उन्हें घाट की राबड़ी परोसी जाये । उन्होंने इशारों से बता दिया कि पहले छाछ राबड़ी परोस दो , फिर खूब बातें कर लेना । 

लाजो जी भी अब बोर हो गई थी इसलिए उन्होंने भी फोन रख दिया । 

हरिशंकर गोयल "हरि" 
31.5.22 

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3 Comments

Sona shayari

06-Jun-2022 01:38 PM

Nice

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Raziya bano

06-Jun-2022 06:28 AM

Bahut sundar rachna

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Shrishti pandey

01-Jun-2022 09:24 PM

Nice

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